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Coimbatore में एलपीजी टैंकर हादसा, गैस रिसाव से दहशत, स्कूल बंद

Coimbatore में शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ, जब एक एलपीजी टैंकर फ्लाईओवर से गिर गया। यह टैंकर केरल के कोच्चि से कोयंबटूर की ओर जा रहा था और अविनाशी रोड फ्लाईओवर पर उलट गया। हादसे के बाद गैस का रिसाव शुरू हो गया, जिससे आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल पैदा हो गया। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर 500 मीटर के दायरे में आने वाले सभी स्कूलों को बंद कर दिया है।

घटना का विवरण

यह हादसा 3 जनवरी 2025 को तड़के लगभग 3 बजे हुआ। कोयंबटूर के जिला कलेक्टर क्रांति कुमार पाड़ी ने बताया कि भारत कंपनी का यह टैंकर 18 मीट्रिक टन एलपीजी लेकर जा रहा था। घटना स्थल उप्पिलिपालयम फ्लाईओवर के पास है, जहां टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया।

हादसे के तुरंत बाद गैस का रिसाव शुरू हो गया। प्रशासन ने तुरंत कदम उठाते हुए फ्लाईओवर पर यातायात रोक दिया और वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट कर दिया। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आसपास के इलाकों में सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं।

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गैस रिसाव पर नियंत्रण और सुरक्षा उपाय

जिला कलेक्टर ने बताया कि रिसाव को फिलहाल नियंत्रित कर लिया गया है। दुर्घटनाग्रस्त टैंकर की मरम्मत के लिए विशेषज्ञ टीम को बुलाया गया है, जो कपलिंग प्लेट की मरम्मत कर रही है। जब तक यह काम पूरा नहीं होता, तब तक टैंकर को सीधा करने का काम शुरू नहीं किया जा सकता।

घटना स्थल पर दमकल विभाग, पुलिस और गैस कंपनी के विशेषज्ञ मौजूद हैं। पूरे इलाके को घेरकर लोगों को वहां से हटाया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि हालात अब नियंत्रण में हैं और घबराने की जरूरत नहीं है।

स्कूलों को किया गया बंद

गैस रिसाव के चलते जिला प्रशासन ने 500 मीटर के दायरे में आने वाले सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। यह कदम छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

दिसंबर 2024 की जयपुर-अजमेर हाईवे दुर्घटना की यादें ताजा

इस घटना ने दिसंबर 2024 में जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए भयावह हादसे की यादें ताजा कर दी हैं। उस हादसे में एक ट्रक के एलपीजी टैंकर से टकराने के बाद बड़ा धमाका हुआ था, जिसमें 15 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य झुलस गए थे। धमाके के बाद 34 वाहनों को नुकसान पहुंचा था।

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ऐसे हादसों से सबक लेने की जरूरत

एलपीजी टैंकर जैसे खतरनाक पदार्थों की ढुलाई के दौरान सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करना बेहद जरूरी है।

  • टैंकर चालकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
  • फ्लाईओवर और घनी आबादी वाले इलाकों में ऐसे वाहनों की आवाजाही पर विशेष निगरानी रखी जानी चाहिए।
  • प्रशासन को ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए आपातकालीन योजना तैयार रखनी चाहिए।

प्रशासन की तत्परता और जनता की भूमिका

कोयंबटूर में प्रशासन की तत्परता ने एक बड़ी त्रासदी को टालने में मदद की। गैस रिसाव जैसे मामलों में जनता की सतर्कता और सहयोग भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि कोई गैस की गंध महसूस करे या किसी असामान्य गतिविधि को देखे, तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करना चाहिए।

कोयंबटूर में हुए इस हादसे ने एक बार फिर दिखाया है कि खतरनाक पदार्थों की ढुलाई के दौरान छोटी सी चूक भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। हालांकि प्रशासन ने समय पर कदम उठाकर स्थिति को नियंत्रित कर लिया, लेकिन भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाने की जरूरत है।

यह घटना सभी के लिए एक सबक है कि सतर्कता और सुरक्षा मानकों का पालन न केवल जीवन बचा सकता है, बल्कि बड़े नुकसान को भी टाल सकता है।

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